The Fact About hanuman mohini mantra That No One Is Suggesting
The Fact About hanuman mohini mantra That No One Is Suggesting
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जब भी आप हनुमान जी की पूजा मंत्र से करें या उन्हें याद करें तो निचे लिखे हुए इस
मनोकामना पूर्ति के लिए इन बारह नामों का नित्य प्रात नौ बार जाप करना चाहिए.
एक बार देवराज इंद्र के वज्र के प्रहार से हनुमान जी की थुद्दी जिसे संस्कृत में हनु भी कहते हैं वह टूट गई थी, इसी वजह से उनका नाम हनुमान रखा गया, और सिर्फ हनुमान ही नहीं इनके और अनेकों नाम प्रसिद्ध हैं जैसे कि संकट मोचन, केसरी नंदन, बजरंगबली, पवन पुत्र, शंकर सुमन, अंजनी सुत, महावीर, कपीश आदि ।
एक ही कार्य के लिए एक से अधिक मंत्र प्रयोग से मंत्र के प्रति आशंका और अविश्वास की भावना झलकती है .
धन-धान्य आदि सम्पदाप्राप्ति के लिए हनुमान मंत्र
Historic Hindu and also other Indian religious texts and scriptures have prescribed various mantras to rid oneself of enemy difficulties. You can find several categories of these mantras like – Videshan – To generate fights amongst enemies and divide them.
ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय ऊर्ध्वमुखे हयग्रीवास सकलजन वशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
हनुमान स्तुति मंत्र का नियमित रूप से जो भी व्यक्ति जब करता है उसके सारे बिगड़े काम ठीक होने लगते हैं और सारे संकट भी समाप्त हो जाती है और अगर किसी जातक को किसी भी प्रकार की कोई ग्रह बाधा है जैसे कि मंगल दोष, शुक्र दोष, गुरु दोष, शनि दशा आदि वह भी शांत हो जाती है । मंगल दोष या शनि दशा में हनुमान स्तुति मंत्र का जप करना अत्यंत लाभकारी होता है।
सर्वदुःख निवारणार्थ – श्री हनुमान मंत्र
ऊँ नमो भगवते हनुमदाख्याय रुद्राय सर्वदुष्टजनमुखस्तम्भनं कुरु कुरु स्वाहा। ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रं ठं ठं ठं फट् स्वाहा।
ऊँ नमो पवन के पूत वज़रंगी वज्र की गोली श्रीराम की दुहाई श्रीराम की आज्ञा असत्य न जाए .
निश्र्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करै सनमान ।
॥ इति check here श्रीमोहिनीकृतं कृष्णस्तोत्रं समाप्तम् ॥
ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि।